दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सक्रिय राजनयिक मिशनों में से एक, नई दिल्ली में संयुक्त राज्य अमेरिका का दूतावास क्रमशः दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच संबंधों के महत्व पर प्रकाश डालता है । प्रत्येक दिन, दूतावास एक हजार से अधिक कांसुली आगंतुकों की सहायता करता है और आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को आगे बढ़ाने के लक्ष्य से अमेरिकी और विदेशी नागरिकों की मेजबानी करता है। दूतावास के १९५९ में उद्घाटन के बाद मिशन की नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है, इसलिये यह ऐतिहासिक स्थल और उस से संलग्न अमेरिकी विदेश नीति सेवाएं की पुनर्कल्पना आवश्यक है। २०१५ मे संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश विभाग के ब्यूरो ऑफ ओवरसीज़ बिल्डिंग्ज़ ऑपरेशंस (ओबीओ) ने न्यूयॉर्क के वाइस/मैनफ्रेडी को नई दिल्ली में दूतावास की नई इमारत डिजाइन करने के लिए एक मास्टर प्लान बनाने के हेतु अधिकृत किया। जो इस महत्वपूर्ण स्थान की विरासत को पहचानते हुए भारतीय और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनयिक भविष्य की नींव की स्थापना करें।